तेहरान: ईरान के दूसरे सबसे ताकतवर नेता माने जाने वाले कुद्स फोर्स के जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद से मध्य पूर्व में जबर्दस्त तनाव है। शनिवार देर रात इराक की राजधानी बगदाद में मौजूद अमेरिकी ठिकानों पर मोर्टार और रॉकेट्स से हमला भी हुआ। इन हमलों में हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन एक बात तय हो चुकी है कि ईरान अपने कमांडर की हत्या का बदला लेने के लिए बेचैन है। ईरान के कोम में मस्जिद-ए-जमकरान पर लाल झंडा फहरा दिया गया है जो युद्ध का प्रतीक माना जाता है।
'सही जगह और सही वक्त पर लेंगे अमेरिका से बदला'
वहीं, लेबनान के हिज्बुल्ला नेता सैयद हसन नसरल्ला ने शुक्रवार को कहा कि उनकी ताकतवर शिया सेना ईरान के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के रास्ते पर ही आगे बढ़ेगी। नसरल्ला ने कहा कि अमेरिका इस 'बड़े गुनाह' को करने के बाद अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाएगा और अब हर लड़ाके की जिम्मेदारी है कि उसे सजा दी जाए। वहीं, एक हिज्बुल्ला के एक अन्य नेता मोहम्मद राद ने कहा कि अमेरिका ने सुलेमानी की हत्या करके बहुत बड़ी गलती कर दी है और इसका अंदाजा उसे आने वाले दिनों में हो जाएगा।