उन्नाव बलात्कार पीड़िता के परिवार ने भी अपनी बेटी के लिए मांगा हैदराबाद पीड़िता वाला इंसाफ


नयी दिल्ली, सात दिसम्बर (एएनएस) जिंदा जला दी गई उन्नाव बलात्कार पीड़िता के शुक्रवार देर रात सफदरजंग में दम तोड़ने के बाद से देश में दुख और गुस्से की लहर दौड़ गई है।


उन्नाव पीड़िता की परिवार के सदस्यों ने भी अपनी बेटी को हैदराबाद बलात्कार पीड़िता की तरह इंसाफ दिलाने की मांग की है। हैदराबाद बलात्कार मामले के चारों आरोपी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए।


जहां एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार पीड़िता को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान ना करने को लेकर विपक्ष के निशाने पर है वहीं राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने का आश्वासन दिया है।


पोस्टमार्टम किए जाने के बाद पीड़िता का शव एम्बुलेंस में सड़क के रास्ते उन्नाव के बिहार इलाके स्थित उसके घर ले जाया जा रहा है।


पीड़िता के भाई ने शनिवार को कहा कि उसकी बहन को तब न्याय मिलेगा जब उसके साथ क्रूरता करने वाले उन सभी आरोपियों का भी वही हश्र हो जो ''उसकी बहन ने झेला।''


उन्होंने पत्रकारों से कहा, '' उसने मुझसे मिन्नत की कि भाई मुझे बचा लो। मैं बहुत दुखी हूं कि मैं उसे बचा नहीं सका। हम यहां से बिहार (उन्नाव) जाएंगे। आरोपियों ने पहले ही उसे जला दिया है और अब हम उसे दफनाएंगे।''


जिंदगी की जंग हार चुकी पीड़िता के बेहाल पिता ने न्‍याय और सरकारी मदद मिलने के सवाल पर कहा " मुझे रुपया-पैसा-मकान कुछ नहीं चाहिये। मुझे इसका लालच नहीं है, बस जिसने मेरी बेटी को इस हालत में पहुंचाया है, उसे हैदराबाद मामले की तरह ही दौड़ा कर गोली मार देनी चाहिये या फिर तत्‍काल फांसी दी जानी चाहिये।"


कार्रवाई का आश्वासन देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए कहा कि मुक़दमे को त्वरित अदालत में चलाकर अपराधियों को कड़ी सज़ा दिलाई जाएगी।


सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा '' मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्नाव पीड़िता के सन्दर्भ में कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, उसकी मौत अत्यंत दुखद है। उनके द्वारा परिवार के प्रति पूरी संवेदना व्यक्त की गयी। सभी अपराधी पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मामले को त्वरित अदालत में ले जाकर कड़ी सज़ा दिलाएंगे।''


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पीड़िता की मौत के बाद उसके परिजन से मुलाकात करने के लिए लखनऊ से रवाना हो गईं।


 


प्रियंका ने ट्वीट किया " मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि वह उन्नाव पीड़िता के परिवार को दुख की इस घड़ी में हिम्मत दे।"


उन्होंने कहा, '' यह हम सबकी नाकामी है कि हम उसे न्याय नहीं दे पाए। सामाजिक तौर पर हम सब दोषी हैं लेकिन यह उत्तर प्रदेश में खोखली हो चुकी कानून व्यवस्था को भी दिखाता है।''


प्रियंका ने ट्वीट किया, '' उन्नाव की पिछली घटना को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पीड़िता को तत्काल सुरक्षा क्यों नहीं दी? जिस अधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज करने से मना किया, उस पर क्या कार्रवाई हुई? उत्तर प्रदेश में रोज-रोज महिलाओं पर जो अत्याचार हो रहा है, उसे रोकने के लिए सरकार क्या कर रही है?"


इस बीच, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव विधान भवन के मुख्य द्वार के सामने शनिवार को धरने पर बैठ गए।


उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में इस घटना के लिए राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया और ऐलान किया कि इस घटना के खिलाफ रविवार को समाजवादी पार्टी प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर शोक सभा का आयोजन करेगी।


 


बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने पीड़िता की मौत के बाद कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए ट्वीट किया, '' जिस उन्नाव बलात्कार पीड़िता को जलाकर मारने की कोशिश की गई, उसकी कल रात दिल्ली में हुई दर्दनाक मौत अति-कष्टदायक है। इस दुःख की घड़ी में बसपा पीड़ित परिवार के साथ है। उत्तर प्रदेश सरकार पीड़ित परिवार को समुचित न्याय दिलाने हेतु शीघ्र ही विशेष पहल करे, यही इंसाफ का तकाज़ा और जनता की मांग है।"


उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, '' साथ ही, इस किस्म की दर्दनाक घटनाओं को उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में रोकने हेतु राज्य सरकारों को चाहिए कि वे लोगों में कानून का खौफ पैदा करे तथा केन्द्र भी ऐसी घटनाओं को मद्देनजर रखते हुये दोषियों को निर्धारित समय के भीतर ही फांसी की सख्त सजा दिलाने का कानून जरूर बनाए।"


कांग्रेस की पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए कहा, 'उन्नाव की बेटी के साथ जो हुआ वह साफ दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। इन्हें कहीं न कहीं राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है और यही वजह है ऐसी घटनाएं हो रही हैं।"


उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री कहते हैं कि उन्हें दुख और खेद है। उनके इस दुख और खेद में उनकी सरकार की नाकामी नजर आती है।'


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, '' दुखद । बर्बरता की कोई सीमा ही नहीं रह गई है...उन्नाव ।''


वहीं बलात्कार के दोषियों को दोषसिद्धि के बाद छह महीने के भीतर फांसी की सजा देने की मांग को लेकर तीन दिसम्बर से दिल्ली में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठीं डीसीडब्ल्यू की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा, ''मैं उत्तर प्रदेश और केन्द्र सरकार से अपील करती हूं कि मामले पर त्वरित कार्रवाई करे और सुनिश्चित करे कि दोषियों को एक महीने के अंदर फांसी की सजा दी जाए।''


गौरतलब है कि उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली बलात्कार पीड़िता को गुरुवार तड़के बलात्कार के आरोपियों सहित पांच लोगों ने आग के हवाले कर दिया था। करीब 90 प्रतिशत तक झुलस चुकी युवती को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली लाया गया था और वहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां शुक्रवार देर रात 11 बजकर 40 मिनट पर दम तोड़ दिया था।