एटा: उत्तर प्रदेश के एटा में 120 शिक्षकों की एसआईटी जांच चल रही थी। जिसमें जांच के बाद 116 शिक्षक अंक तालिका में फेरबदल और फर्जी दस्तावेज के आधार पर एटा के अलार्म विकास खंड में नौकरी कर रहे थे। इन शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। वहीं उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज करते हुए वेतन की रिकवरी भी की जाएगी।
बता दें कि एटा में जिलाधिकारी सुकलाल भारती के आदेश के बाद 120 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ चल रही जांच में आई तेजी के बाद, सोमवार यानि आज 116 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। एटा जनपद के अलग-अलग विकासखंड में फर्जी शिक्षक पढ़ा रहे थे। जिसमें सबसे ज्यादा अलीगंज ब्लॉक में 23 शिक्षक स्कूल में पढ़ा रहे थे। वही अवागढ़ ब्लॉक में 14 शिक्षक, जलेसर ब्लॉक में 13 शिक्षक, निधौली कला में 13 शिक्षक, सकीट में 11 सीतलपुर 15, जैथरा 11 और मारहरा ब्लाक में 17 फर्जी शिक्षक स्कूल में पढ़ा रहे थे। जिसमें एसआईटी ने जांच में पाया कि इन शिक्षकों के अंक मेल नहीं खा रहे थे। साथ ही इनके बीएड की डिग्रियां फर्जी पाई गई थी। वहीं एसआईटी की जांच पूरी होने के बाद इन 116 फर्जी शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। जिसके बाद फर्जी शिक्षकों के खिलाफ जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में एफ आई आर दर्ज करने के साथ-साथ वेतन रिकवरी के भी आदेश दिए गए हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि 2016-17 से प्रदेश भर में करीब 4 हजार शिक्षकों की जांच चल रही थी। जिसमें से एटा में 120 शिक्षकों की जांच में 116 शिक्षक फर्जी पाए गए जिनकी सेवा समाप्त कर दी गई है। जिनमें 85 शिक्षकों के अंक तालिकाएं मेल नहीं खा रही थी या इनके नंबर बढ़ाए गए थे। वहीं सिंह ने बताया कि 2004-05 आगरा के बीएड डिग्री धारकों की जांच की जा रही थी।