उत्तर प्रदेश
लखनऊ समेत 15 शहरों में 1525 नई सीएनजी सिटी बसें चलाने की तैयारी हो रही है। इनमें आठ ऐसे शहर भी शामिल किए गए हैं, जहां पहली बार सीएनजी बसें चलेंगी।
वहीं सात शहरों में पहले से चल रही 1310 सीएनजी सिटी बसें हटेंगी। इन बसों की उम्र पूरी हो गई। विभाग ने इन बसों को खटारा घोषित कर दिया है। इन्हें जल्द नीलाम किया जाएगा। बदले में आम जनता को नई बसों का तोहफा नये वर्ष में मिलेगा। इस संबंध में नगर विकास विभाग ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। नगर विकास विभाग से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि इसी माह प्रस्ताव पर मंजूरी मिलने की उम्मीद है। मंजूरी मिलते ही निजी ऑपरेटरों के लिए टेंडर निकाले जाएंगे। दो माह में टेंडर की प्रक्रिया पूरी होगी। 90 दिन के भीतर टेंडर लेने वाली कंपनी को बसों की सप्लाई करनी होगी। उसी दौरान नए रूट चिन्हित करते हुए किराया भी तय किया जाएगा।
शहर के नाम और बसों की संख्या
लखनऊ 200, गाजियाबाद 200, कानपुर 150, वाराणसी 150, प्रयागराज 150, मेरठ 150, आगरा 100, मथुरा 100, मुरादाबाद 75, अयोध्या 50, अलीगढ़ 50, बरेली 50, गोरखपुर 50, सहारनपुर 50 और झांसी 50 सीएनजी बसें चलाने की तैयारी है।
*इस फार्मूले पर चलेंगी सिटी बसें*
पहली बार सीएनजी में सिटी बसें निजी ऑपरेटर के जरिए चलेगी। जहां बस और ड्राइवर निजी ऑपरेटर का होगा। वहीं बस कंडक्टर किराया वसूलेगा। निजी ऑपरेटर को प्रति किमी की दर से भुगतान किया जाएगा।
खास बातें
राजधानी समेत आठ शहरों में दौड़ रहीं खटारा सिटी बसें हटेंगी
अयोध्या समेत सात शहरों में *पहली बार सीएनजी सिटी बसें चलेंगी*
इलेक्ट्रिक सिटी बसों के बाद अब सीएनजी सिटी बसें चलाने की तैयारी है। इसके लिए पंद्रह शहरों को चुना गया है। विभाग की ओर से प्रस्ताव बनाकर शासन भेजा गया है। सीएनजी बसें संचालित करने के पहले पंप की उपलब्धता को भी ध्यान में रखा जा रहा है।
-अजीत सिंह, संयुक्त सचिव,नगर विकास विकास
लखनऊ समेत 15 शहरों को नई सीएनजी बसों का तोहफा