नयी दिल्ली,30 नवंबर (एएनएस)। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों से नाराज एक युवती ने राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार सुबह संसद के बाहर फुटपाथ पर धरना दिया। पुलिस ने बताया कि युवती की पहचान अनु दुबे के तौर पर हुई है, जो संसद के प्रवेश द्वार 2-3 के समीप फुटपाथ पर हाथ में एक तख्ती लिए बैठी थी, जिस पर लिखा था ''मैं अपने भारत में सुरक्षित क्यों नहीं महसूस करती।'' एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने उसे जंतर मंतर जाकर प्रदर्शन करने को कहा लेकिन उसने मना कर दिया। इसके बाद उसे पुलिस अपनी गाड़ी में संसद मार्ग स्थित थाने ले गई। इस दौरान युवती की आंखे नम थी। उन्होंने बताया कि कुछ अधिकारियों ने युवती की बात सुनी और उसके बाद उसे छोड़ दिया गया।
मीडिया से बातचीत में दुबे ने कहा कि वह सरकार के अधिकारियों से मिलना चाहती है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया कि पुलिस ने महिला की पिटाई की। मालीवाल ने ट्वीट किया, ''हैदराबाद में बलात्कार की भयावह घटना से परेशान जब एक छात्रा अपनी आवाज उठाना चाहती थी तो दिल्ली पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और पिटाई की। मैंने पुलिस थाने में लड़की से मुलाकात की, वह डरी हुई है। क्या यह उन लोगों की किस्मत होगी जो अपनी आवाज उठाते हैं?''
उन्होंने कहा, ''डीसीडब्ल्यूडी इस शर्मनाक घटना को लेकर एक नोटिस जारी करेगी। इसमें शामिल लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए।'' हालांकि, पुलिस ने आरोपों से इनकार किया है। दुबे के प्रदर्शन से एक दिन पहले हैदराबाद के पास एक पुलिया के नीचे से 27 वर्षीय महिला का झुलसा हुआ शव मिला था। उसे जलाने से पहले उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था।इससे पहले रांची में 25 वर्षीय एक महिला के साथ हथियारों से लैस कुछ पुरुषों के समूह के सामूहिक बलात्कार करने की घटना सामने आई थी। मामले में सभी 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।