,लखनऊ
-उदय योजना के तहत 20 फीसदी तक लाने का लक्ष्य दूर*
राज्य मुख्यालय-प्रमुख संवाददाता
यूपी में लाइन लॉस और बिजली चोरी जैसी समस्याएं अब भी बनी हुई हैं। इससे वहां बिजली आपूर्ति सुधार में देरी और दिक्कतें आ रही हैं। इस कारण 24 घंटे बिजली मिलने की योजना पर संकट मंडरा रहे हैं। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने यूपी को दिसम्बर तक सुधार के लिए समय दिया है। नोएडा में लाइन लास दस फीसदी से नीचेयूपी के चारो डिस्कॉम में अब भी औसत लाइन लॉस 25 से 30 फीसदी के बीच बना हुआ है। इसमें सबसे अधिक खराब हाल पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के हैं। यहां के कई शहरों में यह 50 फीसदी तक है। केवल नोएडा ऐसा शहर है जहां यह 10 फीसदी के नीचे आ गया। पिछले वर्ष यूपी पॉवर कारपोरेशन ने लाइन लॉस 20 फीसदी के नीचे लाने के दावे के साथ विद्युत नियामक आयोग से बिजली दरों में बढ़ोत्तरी करा ली थी। नहीं सुधर रही हालतएक वर्ष बीतने के बाद भी इसमें अपेक्षित सुधार नहीं आया। केंद्र सरकार की भी इस बार की रिपोर्ट के अनुसार यूपी में अब भी लाइन लॉस उदय योजना के अनुरूप नहीं आ सके हैं। केंद्र की ओर से भी बिजली कंपनियों को यह चेतावनी पहले ही जारी की जा चुकी है कि अगर वित्तीय हालात नहीं सुधरते हैं तो उनका अधिग्रहण कर लिया जाएगा। केंद्र से अनुदान और लोन भी नहीं मिलेंगे। चेयरमैन यूपीपीसीएल आलोक कुमार का कहना है कि लगातार सुधार हो रहा है। कुछ क्षेत्रों में कमियां हैं उन्हें भी जल्द ही दूर कर लिया जाएगा। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने पिछले वर्ष लाइन लॉस और बिजली चोरी पर अंकुश न लगा पाने के चलते यूपी की वित्तीय संस्थाओं से फंडिंग बंद कर दी थी। ट्रिपिंग फ्री नहीं हो सके 17 शहर प्रदेश के सभी नगर निगम वाले क्षेत्र और नोएडा को ट्रिपिंग फ्री (कटौती-फॉल्ट मुक्त) बनाने की कोशिशें भी कारगर साबित नहीं हुईं। लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ, गाजियाबाद जैसे बड़े और वीआईपी शहरों में भी फॉल्ट के कारण कई-कई घंटे की ट्रिपिंग हो रही है। जबकि पिछले वर्ष इसके लिए अलग से योजना बनाकर काम शुरू हुआ था।