वाराणसी का पीडब्ल्यूडी ठेकेदार अवधेश श्रीवास्तव स्थानीय इंजीनियरों के गुमराह करने से खुदकुशी के लिए मजबूर हुआ था। अवर अभियंता और सहायक अभियंता ने लेखाकार से मिलकर उसे समझा दिया कि बिना एमबी (नाप-जोख) के ही उसे भुगतान करवा दिया जाएगा।
इसके एवज में उससे पहले ही वसूली कर ली गई। लेकिन, नियम-कायदों का पालन न होने पर जब फाइल फंसी तो सभी ने हाथ खड़े कर दिए। नतीजतन, कर्ज में डूबे ठेकेदार को खुद को गोली मार लेने के अलावा कोई और विकल्प नहीं दिखा। इस मामले में सचिव, पीडब्ल्यूडी समीर वर्मा की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट शनिवार की शाम शासन को सौंप दी।
ठेकेदार आत्महत्या :जांच टीम ने प्रमुख सचिव को सौंपी रिपोर्ट,इसलिए खुदकुशी करने को मजबूर हुए अवधेश