लखनऊ, आज अवंती बाई महिला चिकित्सालय में प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़े का शुभारंभ किया ।यह पखवाड़ा 28 मई से 9 जून के मध्य समस्त जनपदों में मनाया जाएगा। इस पखवाड़े में बाल्यावस्था में दस्त के दौरान ओ आर एस एवम् एवं जिन्क के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के मध्य दस्त प्रबंधन एवं उपचार हेतु गतिविधियों को बढ़ावा देना प्रमुख उद्देश्य है। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए माननीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा की यह पखवाड़ा बहुत महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर कार्यक्रम के कक्ष में एक ओ आर एस कॉर्नर भी बनाया गया था। जहां पर अवंती बाई महिला चिकित्सालय के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सलमान ने प्रदर्शित किया कि ओ आर एस का घोल कैसे बनाया जाता है और बच्चों में पानी की कमी होने पर क्या लक्षण होते हैं। मंत्री महोदय ने ओआरएस कॉर्नर की तारीफ की। उन्होंने कहा कि जे ई तथा ए ई एस से पहले बहुत बच्चे मरते थे लेकिन हम लोगों ने बहुत एग्रेसिव कैंपेन चला कर इसमें 67% की कमी कर दी है। उन्होंने कहा कि यह कार्य आशा, एएनएम तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के बिना नहीं हो सकता था। उन्होंने कहा कि मैं आप लोगों को धन्यवाद देता हूं, आप फ्लोरेंस नाइटिंगेल की तरह ही हैं ।इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि *पहले लखनऊ में बैक्टर बार्न डिसीज डेंगू, चिकनगुनिया तथा स्वाइन फ्लू से काफी लोग मरते थे। हेड लाइन बनती थी लेकिन अब यह हेडलाइन नहीं बनती* आप लोगों ने इसका डिटेक्शन किया तथा विशेष रूप से लखनऊ में यह पता लगाया कि किन क्षेत्रों में यह बीमारियां होती हैं और वहां पर प्रिवेंशन के कार्य किए। जिसकी मंत्री महोदय ने भूरी भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि डायरिया से अभी भी हमारे देश में विशेष रूप से प्रदेश में 10% मृत्यु होती है ।उन्होंने आशा प्रकट की कि अगले वर्ष जब हम मिलेंगे तो इसमें कमी आनी चाहिए और एक भी बच्चा दस्त के कारण नहीं मरना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगले साल जब यह कैंपेन चलाएं तब प्रिवेंशन पर ज्यादा ध्यान दें। इन रोगों को कैसे रोका जाए, इस पर ध्यान देना है कुछ विभागों को और जोड़ना चाहिए ।उन्होंने इस अवसर पर यह भी कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध शासन की जीरो टॉलरेंस की नीति है और मैं किसी भी स्तर पर स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करूंगा ।यदि कोई भ्रष्टाचार करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी ।उन्होंने कहा कि बिना जानकारी के में कार्रवाई नहीं करता। उन्होंने कहा कि अब मैं ट्रांसफर पोस्टिंग पर ध्यान दूंगा और इस पर किसी भी प्रकार का दवाब स्वीकार नहीं करूंगा। इस अवसर पर महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा पद्माकर सिंह, महानिदेशक परिवार कल्याण डॉ नीना गुप्ता ,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल, महाप्रबंधक आर आई डॉक्टर वेदप्रकाश, बलरामपुर चिकित्सालय के निदेशक डॉ राजीव लोचन,डा. राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय के निदेशक,डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी चिकित्सालय के निदेशक , सी एम एस डा ए के सिहं,चिकित्सा अधीक्षक डॉ आशुतोष दुबे,समस्त अपरमुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा यूनिसेफ के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे ।कार्यक्रम का संचालन डॉ एसके सक्सेना ने किया किया।
<noस्वास्थ्य मंत्री ने किया सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़े का शुभारंभ title>