सार्वजनिक पदों पर बैठे व्यक्तियों के अनाप-शनाप बयान,क्या अभिव्यक्ति की आज़ादी है …?
सरकार बच गई। देश की तमाम सरकारें बच गईं। मंत्री कोई भी, कैसा भी बयान दे, इसके लिए सरकार ज़िम्मेदार नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने कह दिया है कि बोलने की आज़ादी व्यक्ति की अपनी होती है, इसलिए कोई मंत्री, कोई ग़ैर ज़िम्मेदारी भरा बयान देता है या देती है तो इसके लिए वह स्वयं ही ज़िम्मेदा…